मुंबई : मरठीतला हँडसम हिरो आणि हिंदीतला व्हिलन असं रुप धारण करुन रंगकलेची आयुष्यभर पूजा करणारा एक उत्कृष्ट नट म्हणजे रमेश देव. कोल्हापूरातल्या तांबड्या मातीतला देखणा कलावंत….दिसायला गोरापान, उंच शरीरयष्ट, आणि अंदाज अगदी हटके..
रमेश देव यांचे गाजलेले सिनेमे
घायल पुन्हा एकदा
चंदी (२०१३)
जॉली एलएलबी
पिपानी (२०१२)
राज का रण (२०११)
जेता (२०१०)
गोश्ता लग्नांतर्ची (२०१०)
टिन्हिसंजा
हौन जा दे!
विघ्नहर्ता … श्री सिद्धिविनायक
गलगले निघाले
वासुदेव बळवंत फडके (२००७)
उल्फत की नायी मंजिलेन (१९९४)
निश्चय (१९९२)
घायाळ
प्रतिबंध
अजाद देश के गुलाम
तुफान (१९८९)
घराना (१९८९)
जनम जनम
खेल मोहब्बत का
मिस्टर इंडिया (१९८७)
औलाद (१९८७)
इनाम दस हजारा (१९८७)
डाकू हसीना (१९८७)
मेरा हक (१९८६)
अल्लाह राखा (१९८६)
काला धंदा गोरे लॉग (१९८६)
प्यार किया है प्यार करेंगे (१९८६)
इल्जाम (१९८६)
हम नौजवान (१९८६)
कर्मयुध (१९८५)
कभी अजनाबी द (१९८५)
एक चिट्टी प्यार भरा (१९८५)
ग्रहस्थी (१९८५)
हम दो हमारा दो (१९८५)
लैला (१९८४)
हेच माझा माहेर (१९८४)
ताकदीर (१९८३)
बायको असवी आशी (१९८३)
खुड-दार (१९८२)
श्रीमान श्रीमती (१९८२)
हातकडी (१९८२)
चंबल के डाकू (१९८२)
दुल्हा बिका है (१९८२)
दहशत (१९८१)
फाटकडी (१९८०)
नाईट बाय बॉम्बे
दादा
महाविद्यालयीन मुलगी (१९७८)
अंजना में (१९७८)
हीरालाल पन्नालाल (१९७८)
हीरा और पत्थर (१९७७)
जादू टोना (१९७७)
जय गणेश (१९७७)
ये है जिंदगी (१९७७)
रईस (१९७६)
नाग चंपा (१९७६)
आखरी दाव (१९७५)
एक महल हो सप्नो का (१९७५)
ओवल्टे भाऊराया (१९७५)
राणी और लालपरी (१९७५)
प्रेम नगर (१९७४)
कोरा कागझ (१९७४)
३६ घंटे (१९७४)
गीता मेरा नाम (१९७४)
हम जंगल हैं (१९७३)
धर्म (१९७३)
काश्मकाश (१९७३)
बन्सी बिरजू (१९७२)
बीस साल पेहले (१९७२)
जोरू का गुलाम (१९७२)
कोशिष (१९७२)
लालकर (१९७२)
मानवता (१९७२)
रामपूर का लक्ष्मण (१९७२ )
ज़मीन आसमान (१९७२)
संजोग (१९७२)
बॅन फूल (१९७१)
हुल्चुल (१९७१)
लाखों में एक (१९७१)
मेरे आपने (१९७१)
आनंद (१९७१)
मस्ताना
जीवन मृत्यु
खिलोना
दर्पण
मुजरीम
शार्ट
सरस्वती चांदारा (१९६८)
शिकार (१९६८)
चिमुकला पाहुना (१९६७)
मेहरबान (१९६७)
स्वप्ना टेक लोचानी (१९६७)
दस लाख (१९६६)
गुरुकिल्ली (१९६६)
प्रेम आणि खून (१९६६)
शेवाचा मालुसुरा (१९६५)
पडछाया (१९६४)
माझा होशील का? (१९६३)
आरती (१९६२)
भाग्य लक्ष्मी (१९६२)
वरदक्षिना (१९६२)
माझी आई (१९६१)
सुवासिनी (१९६१)
जगाचार्य पाठीवार (१९६०)
पैशाचा पाउस (१९६०)
उमाज पडेल तार (१९६०)
साता जन्माची सोबती (१९५९)
देवघर (१९५६)
गथ पडली थाका थाका (१९५६)
अंधळा मगटो एक डोला (१९५५).